साहित्यिक चोरी पर रोकथाम


UGC / HEI ने 31 ऑगस्ट 2018 को प्लेगारिजम संबंधी रेग्युलेशन्स जारी किए हैं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि शोध-पत्र, शोध-निबन्ध, प्रकाशन या कोई अन्य दस्तावेज उसकी प्रस्तुति के समय साहित्यिक चोरी से मुक्त हैं।
प्रत्येक छात्र, जो शोध-पत्र, शोध-निबन्ध या समान दस्तावेज, उच्चतर शिक्षा संस्थान को प्रस्तुत करने जा रहा है, वह एक ऐसा वचन-बंध प्रस्तुत करेगा जिसमें यह दर्शाया जाएगा कि प्रस्तुत दस्तावेज उसके
द्वारा तैयार किया गया है तथा यह दस्तावेज उसका मौलिक लेखन कार्य है तथा किसी भी प्रकार की
साहित्यिक चोरी से मुक्त है।
इस रेगुलेशन के अनुसार दस्तावेज की उच्चतर शिक्षा संस्थान द्वारा साहित्यिक चोरी का पता लगाने वाले उपकरणों के जरिये विधिवत जाँच कि जाएगी। 
*इस वीडियो में साहित्यिक चोरी संबंधी डिटेल्स देखे और अन्य शैक्षिक कार्य से जुड़े लोगों तक पहुंचाये

Comments

Popular posts from this blog

शिक्षणापासून वंचित असलेल्या विद्यार्थ्यांना नोकरी करत शिक्षणाची संधी उपलब्ध __प्राचार्य डॉ मधुकर आघाव

सूत्रसंचालन कसे करावे भाग १

डॉ. भारतभूषण क्षीरसागर यांच्या वाढदिवसानिमित्त परळी मध्ये विविध कार्यक्रमांचे आयोजन